बड़े कॉर्पोरेट घरानों के साइलो, मॉल्स, BJP के दफ्तरों और नेताओं के घरों का घेराव करेंगे किसान!

केंद्र सरकार की ओर से किसानों के साथ बातचीत की पहल के बाद किसान नेताओं ने प्रेसवार्ता के जरिए अपनी बात रखी. किसानों ने केंद्र के साथ तय की गई मीटिंग को 14 फरवरी के बजाए जल्द से जल्द करने की मांग की. इसके साथ ही किसान नेताओं ने मीटिंग का स्थान चंडीगढ़ की बजाए दिल्ली किए जाने की मांग की.
वहीं किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि किसान 26 जनवरी को बड़े कॉर्पोरेट घरानों के गोदाम, साइलो और मॉल्स का घेराव करेंगे साथ ही बीजेपी नेताओं के घरों और दफ्तरों का भी घेराव करेंगे.
21 जनवरी को दिल्ली कूच करने वाले 101 किसानों के चौथे जत्थे पर बोलते हुए उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा 14 फरवरी को मीटिंग के बुलावे के मद्देनजर इस जत्थे को 26 जनवरी तक स्थगित कर दिया गया है. उन्होंने कहा है कि किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत को देखते हुए वह सरकार से मांग करते हैं कि 14 फरवरी की जो मीटिंग चंडीगढ़ में प्रस्तावित की गई है, उसका समय और स्थान बदलकर सरकार मीटिंग जल्द से जल्द बुलाए और यह मीटिंग दिल्ली में की जाए.
एसकेएम के साथ एकता पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सभी किसान संगठनों को साथ आकर सरकार के खिलाफ लड़ने की जरुरत है इसके लिए लगातर प्रयास जारी हैं, हमें पूरी उम्मीद और आशा है कि 24 जनवरी को एसकीएम की राष्ट्रीय मीटिंग में समूची एकता का फैसला होगा. साथ ही उन्होंने एलान किया कि कल से किसानों के ट्रैक्टर ट्रॉली शंभू मोर्चे पर आने शुरू हो जाएंगे और 29 जनवरी को पंजाब के माझा क्षेत्र से किसानों का ट्रैक्टर ट्रालियों का बड़ा जत्था शंभू बॉर्डर पर पहुंचेगा.
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