मध्य प्रदेश किसानों का आंदोलन: MSP, कर्जमाफी और निर्यात नीति में बदलाव की मांग!

 

आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित खलघाट टोल प्लाजा पर धार, बड़वानी, खंडवा और खरगोन जिलों के करीब 5 हजार किसानों ने सोमवार को चक्काजाम कर दिया. सुबह 10 बजे 500 से अधिक वाहनों से यह किसान राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के नेतृत्व में जमा हुए और देर शाम तक सड़क पर जाम रहे. बड़ी संख्या में महिलाएं भी थीं. दोपहर में जिला प्रशासन और किसान प्रतिनिधियों के बीच धामनोद आइटीआइ में बैठक हुई, लेकिन बेनतीजा रही. आखिरकार, रात आठ बजे आंदोलन स्थगित हुआ.

राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ किसान का आंदोलन को सोमवार रात 8 बजे स्थगित कर दिया गया. आंदोलन के प्रतिनिधियों ने कलेक्टर प्रियंक मिश्रा को ज्ञापन सौंपा. कलेक्टर ने बताया केंद्र सरकार से संबंधित मांगों पर जिले के जनप्रतिनिधि दिल्ली में संबंधित से चर्चा करेंगे. राज्य स्तर की मांगों का निराकरण राज्य स्तर पर किया जाएगा. जिला स्तर की समस्याओं का निपटारा जिला प्रशासन द्वारा किया जाएगा.

किसानों की मुख्य मांगें:

एमएसपी (MSP) की कानूनी गारंटी लागू की जाए.
सभी किसानों का कर्ज माफ किया जाए.
आयात-निर्यात नीति किसान हित में बनाई जाए.
मक्का, सोयाबीन और कपास की सरकारी खरीदी पूर्व योजना के अनुसार की जाए.
दलहन, कपास और प्याज के निर्यात पर लगी रोक हटाई जाए.