सरकार के तमाम दावों के बाद भी धान की खरीद में देरी, नाराज किसानों ने किया मंडी में प्रदर्शन!

 

कैथल की ढांड की अनाज मंडी में इस बार धान की सरकारी खरीद समय पर शुरू न होने से किसानों में भारी रोष देखने को मिला. नाराज किसानों ने भारतीय किसान यूनियन युवा के प्रदेशाध्यक्ष राजीव आर्य और प्रदेश महासचिव सुरेश भारद्वाज बंदराणा के नेतृत्व में मंडी परिसर में जोरदार प्रदर्शन और नारेबाज़ी की.

किसानों का जत्था खरीद एजेंसी कार्यालय पहुंचा और मौके पर दबाव बनाकर प्रशासन को तुरंत धान की खरीद प्रक्रिया शुरू करने के लिए मजबूर किया. इस दौरान मंडी प्रधान नसीब सिंह महदूद ने एजेंसियों को निर्देश दिए कि वे समय पर मंडी में पहुंचे और किसानों की फसल की खरीद में किसी प्रकार की लापरवाही न बरतें.

वहीं किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष राजीव आर्य ने प्रशासन और खरीद एजेंसियों पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि यदि तय समय पर खरीद शुरू की जाती, तो न तो मंडी में अव्यवस्था होती और न ही ट्रालियों की लंबी कतारें लगतीं. उन्होंने धान के उठान में हो रही देरी पर भी सवाल उठाए और मांग की कि खरीदी गई फसल का तुरंत उठान किया जाए, जिससे मंडी में जगह की कमी जैसी समस्या उत्पन्न न हो.

किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष ने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर आने वाले दिनों में खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से नहीं चली, तो किसानों को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

‘मेरी फसल, मेरा ब्योरा’ पोर्टल बना नई मुसीबत

प्रदर्शन के दौरान किसानों ने सरकारी पोर्टल ‘मेरी फसल, मेरा ब्योरा’ को लेकर एक और गंभीर समस्या उजागर की. किसानों ने बताया कि कई किसानों का डेटा पोर्टल पर अब तक वैरिफाई नहीं हो पाया है, जिसके कारण गेट पास नहीं कट रहे हैं. “जब किसान अपनी ट्राली लेकर मंडी पहुंचता है, तो पोर्टल पर ‘नॉट वैरिफाई’ या ‘नॉट फाउंड’ दिखता है. गेट पर मौजूद कर्मचारी साफ कह देते हैं कि बिना वैरिफिकेशन गेट पास नहीं बनेगा”