किसानों को MSP नहीं मिल रहा, धान खरीद में घोटाले का आरोप!

 

भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने हरियाणा में चल रही धान खरीद प्रक्रिया को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने राज्य की मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी न होने का आरोप लगाते हुए इसे एक ‘संभावित घोटाला’ करार दिया है. किसान नेता ने धान खरीद प्रक्रिया में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और प्रधानमंत्री मोदी को खुला पत्र लिखा है.

पत्र में उन्होंने मांग की है कि सरकार तुरंत हस्तक्षेप करे और किसानों को उनका उचित मूल्य दिलाने के लिए ठोस कदम उठाए. पत्र में चढूनी ने लिखा कि प्रदेश की कई अनाज मंडियों में सरकारी खरीद एजेंसियां निष्क्रिय हैं और खरीद का काम निजी राइस मिलर्स द्वारा किया जा रहा है. किसानों से धान नकद में MSP से ₹300 तक कम कीमत पर खरीदी जा रही है, जबकि रिकॉर्ड में इसे MSP पर खरीदी दिखाया जा रहा है.

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बड़ी मात्रा में धान व चावल उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों से हरियाणा में लाया जा रहा है, जिससे न केवल राज्य के किसानों को नुकसान हो रहा है बल्कि राज्य के राजस्व को भी घाटा हो रहा है.

किसान नेता गुरनाम सिंह ने सभी राइस मिलों में रखे धान का तत्काल सत्यापन कराए जाने की मांग करते हुए अनियमितता पाए जाने पर संबंधित अधिकारी और मिल मालिक के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करने की मांग की इसके साथ ही मामले की जांच के लिए एक स्वतंत्र टीम का गठन किया जाए, जिसमें किसान संगठनों के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाए.