बीजेपी नेता सोनाली फौगाट की मौत से जुड़े अनसुलझे सवाल!

 

हरियाणवी कलाकार और बीजेपी नेता सोनाली फौगाट की 23 अगस्त को गोवा में मौत हो गई. सोशल मीडिया पर ऐक्टिव रहने वाली सोनाली फौगाट की हार्ट अटैक से मौत होने की खबर चल रही हैं लेकिन सोनाली के परिवार ने मौत के पीछे साजिश पर शक जताया है. जिसके चलते सोनाली फौगाट की मौत को लेकर तमाम सवाल उठ रहे हैं.

सोनाली फौगाट की मौत को शुरुआती तौर पर गोआ पुलिस ने भी संदिग्ध मानते हुए अप्राकृतिक मौत कहा है. इसी आधार पर पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है. आज 10:30 बजे डॉक्टरों का बोर्ड पोस्टमार्टम शुरू कर चुका है. शाम तक शव के हरियाणा पहुंचने और अंतिम संस्कार की उम्मीद जताई जा रही है. लेकिन, सोनाली से जुड़े कितने ही सवाल अभी भी अनसुलझे हैं.

इन सवालों का जवाब हर कोई जानना चाहता है. शायद इन सवालों का जवाब तो अंतिम यात्रा पर निकलने के दौरान सोनाली भी जानना चाहेगी, लेकिन लगता नहीं कि कभी भी इन सवालों के जवाब सार्वजनिक हो पाएंगे. क्योंकि, भाजपा नेत्री सोनाली की मौत के बाद न तो सीबीआई जांच का आदेश ही प्रदेश सरकार ने दिया है और न ही इस मौत की जांच पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराने का कोई फैसला लिया गया है.

ऐसे में बड़ी साजिश से इंकार नहीं किया जा सकता और अगर इन सवालों के जवाब नहीं दिए गए तो फिर सोनाली की आत्मा को भी शायद ही कभी शांति मिल पाए और उसकी मासूम बेटी भी कभी न्याय हासिल कर पाए. हां, सोनाली की मौत के बाद पूर्व में भाजपा संगठन से जुड़े रहे नेताओं के अलावा प्रदेश सरकार में मौजूदा एक वरिष्ठ मंत्री समेत कई लोग राहत की सांस जरूर ले रहे हैं.

1- सोनाली की मौत की सूचना के लिए उनके घर वालों को 8 बजे कॉल आई और गोआ पुलिस को 9 बजे, ऐसा क्यों?

2- मौत 8 बजे से भी पहले हुई, ऐसे में इतने वक्त में गोआ में क्या-क्या मैनेज किया गया? वहां सोनाली के अलावा और कौन-कौन था?

3- कुछ नजदीकी लोग कल सोनाली के फार्म हाउस पहुंचे, जबकि उन्हें पहुंचना सोनाली के घर फतेहाबाद के भूथन कलां चाहिए था, ऐसा क्यों?

4- फार्म हाउस में पहुंचने पर इन लोगों ने वहां पर क्या-क्या मैनेज किया, क्या किसी सामान को खोजा? इसका कोई जिक्र क्यों नहीं हो रहा?

5- सुधीर सांगवान नाम का एक व्यक्ति जो विधानसभा चुनाव 2019 के दौरान सोनाली के सम्पर्क में आया, उससे पहले कहीं फ्रेम में नहीं था और फिर सारा कर्ता-धर्ता कैसे बन गया?

6- सुधीर ने आते ही सोनाली को एक बीएमडब्ल्यू गाड़ी दी. खुद को बड़ा कांट्रेक्टर बताया, जिसका विदेशों में भी कारोबार है, बाद में वह दिन-रात साथ रहने लगा और पब्लिकली जॉब टाइटल निजी सचिव का बताया जाने लगा, क्यों?

7- सुधीर सांगवान ने सोनाली के नजदीकी लोगों को उस से दूर करना क्यों शुरू किया?

8- सुधीर के ईशारे पर सोनाली के घर के केयरटेकर पर चोरी तक का मुकदमा दर्ज करवा कर उसकी पुलिस से छितर परेड क्यों करवाई गई?

9- सोनाली और निजी सचिव की शादी तक की बातें करीबी लोगों में आई, जिस पर बताया गया कि सोनाली के परिजन इस रिश्ते से राजी नहीं थे? क्यों?

10- सुधीर सांगवान का गोआ में सोनाली के साथ होना और मौत के बाद खुद का सार्वजनिक हो चुका फोन नंबर और सोनाली का पर्सनल फोन बंद क्यों किया गया? क्या छिपाने की साजिश थी?

11- सोनाली की बहनों ने भी सरेआम आरोप लगाया है कि उनके भाई को मात्र मौत की सूचना देते ही सुधीर ने फोन काट दिया, उसके बाद एक भी काल रिसीव नहीं की. क्यों?

12- सुधीर सांगवान खुद विवाहित हैं और उनके बच्चे भी हैं. ऐसा कौन सा कारण था कि लगभग 3 साल से वह अपने घर-परिवार, बच्चों से दूर सोनाली के ही चारों तरफ मंडरा रहा था और जैसा कि सुधीर ने शुरुआत में सोनाली को बताया था कि वह बड़ा कांट्रेक्टर है, वह काम धंधे छोड़कर उसका कारिंदा बनकर क्यों घूम रहा था?

13- क्या सुधीर का सोनाली के साथ हरदम रहना और उससे शादी तक के चर्चे सिर्फ सोनाली को ट्रैप करने तक सीमित था, या फिर यह कहें कि सुधीर को किन्ही शक्तियों ने वहां प्लांट किया था?

14- सोनाली फोगाट के सत्ता, संगठन और एडमिनिस्ट्रेशन के लोगों के साथ अति करीबी रिश्तो की चर्चाएं प्रदेश भर में हैं. क्या ये जांच में शामिल होंगे?

15- सोनाली की ताकत का अंदाजा इस बात से लगा लिया जाए कि आए दिन कई बड़े चेहरे उनके दरवाजे पर हाजिरी लगाए बगैर इस क्षेत्र में प्रवास नहीं कर सकते थे. अपने इसी दबदबे के बलबूते नलवा विधानसभा में उनकी दावेदारी के बावजूद टिकट कटने पर आदमपुर जैसे एक नए विधानसभा की बची हुई टिकट सोनाली को देकर शांत करना पड़ा था, क्यों?

16- सूत्रों की अगर मानें तो सोनाली फौगाट को विधानसभा चुनाव लड़ाने में मजबूरन अहम भूमिका निभाने वाले संगठन के एक बड़े चेहरे को अपना बड़ा राजनीतिक करियर बर्बाद कर खुड्डे लाइन लगना पड़ा, क्यों?

17- पुख्ता सूत्रों से जानकारी यह भी आ रही है कि प्रदेश सरकार के एक कद्दावर मंत्री ने सोनाली को पिछले दिनों गुरुग्राम में एक फ्लैट दिलवाया. जिसकी बुकिंग के लिए कागजात तक मंत्री महोदय ने अपने खुद के व्हाट्सएप से बिल्डर को भेजे. ऐसी क्या मजबूरी थी?

18- निजी सचिव के क्रियाकलाप ही नहीं, बल्कि बहनों के आरोप तक उन्हें कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. इसके बावजूद उनकी भूमिका का जिक्र कहीं पर क्यों दिखाई नहीं देता है. वह कौन सी शक्तियां हैं, जिन्होंने उसे वहां प्लांट किया और अब बचाने का प्रयास कर रहे हैं.

19- भजनलाल परिवार का नाता इससे पहले भी कुछ बड़े चर्चित कांड में रहा है. भजनलाल सरकार के दौरान एक शिक्षिका सुशीला की हत्या और उसका शव तक ना मिलना. उसके बाद अनुराधा बाली उर्फ फिजा की मौत और अब इशारा सोनाली फौगाट की तरफ भी आना, कुछ सिलसिलेवार तरीके से सवाल खड़े कर रहा है.

20- कुलदीप बिश्नोई के सोनाली फौगाट के आवास पर जाकर मुलाकात करने के मात्र 5 दिन बाद रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मौत होना, मौत से मात्र 4 दिन पहले अपने ही एक कार्यक्रम में सोनाली को बुलाकर बेइज्जत करते हुए वापस भेजना, खुद सोनाली फौगाट द्वारा इस बेइज्जती का अपने एक करीबी को बयां करना, काफी कुछ कहता है.

21- सोनाली फोगाट की मौत की सूचना मिलते ही आनन फानन में कुलदीप बिश्नोई का मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात के लिए पहुंचना और मीडिया में इसे मानवीय संवेदनाओं से परे हलके की राजनीति पर चर्चा बताना कहां तक जायज था?

22- सोनाली फौगाट के पास कुछ बड़े चेहरों के सबूत होने की लगातार चर्चाएं रही हैं. अब सोनाली फौगाट की मौत के बाद वो सबूत किसके पास हैं या फिर कौन उन्हें नष्ट करने की कोशिश कर सकता है? क्या इन सबूतों को हासिल करने के लिए सोनाली की मौत का षड्यंत्र रचा गया?

23- जैसा की सोनाली ने एक पत्रकार को फोन पर बताया था कि हुड्डा साहब उन्हें कांग्रेस में लाना चाहते हैं और सर्वे के बाद टिकट की बात कह रहे हैं. तो क्या कांग्रेस उम्मीदवार बनने पर सोनाली फौगाट की वजह से कुलदीप अपना गढ़ हार जाते? कहीं यही भय तो सोनाली की मौत की वजह नहीं बना?

-अजय दीप लाठर, वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक हैं.