समाज
रेत खनन: 16 महीनों में 400 से अधिक मौत, पर्यावरण के साथ जान का भी नुकसान
खनन से जुड़ी वजहों के चलते देशभर में कम से कम 418 लोगों की जान गई है. 438 घायल हुए हैं. इनमें 49 मौत खनन के लिए नदियों में खोदे गए कुंड में डूबने से हुई हैं. ये आंकड़े बताते हैं कि खनन के दौरान खदान ढहने और अन्य दुर्घटनाओं में कुल 95 मौत और 21 लोग घायल हुए. खनन से जुड़े सड़क हादसों में 294 लोगों की जान गई और 221 घायल हुए हैं.
Sat, May 28, 20229 करोड़ लोगों को नहीं मिल रहा डिपो का सस्ता राशन, बच्चों पर सबसे बुरा असर
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के पांचवें दौर के निष्कर्षों से यह भी पता चला है कि 6-23 महीने की शुरूआती उम्र के 89% बच्चों को "न्यूनतम स्वीकार्य आहार" (मिनिमम एक्सेप्टेबल डाइट) नहीं मिलता है.
Fri, May 27, 2022‘786’ लिखा देख काटे गए हाथ, झूठे मुक़दमे में फंसे, डेढ़ साल बाद हुए बरी. अख़लाक़ सलमानी की पूरी कहानी
अखलाक ने बताया कि दो लोगों ने नशे की हालत में उस पर हमला किया, जब उन्होंने उसकी बांह पर '786' का टैटू देखा था. अखलाक के परिवार ने आरोप लगाया कि यह एक सांप्रदायिक घृणा से जुड़ा अपराध था.
Wed, May 25, 2022सिरसा: चिट्टे की वजह से 15 दिन में 7 मौत, पीड़ित अनेक कहानी एक
पुलिस का कहना है कि दिल्ली में नाइजीरियन केमिकल्स से चिट्टा बनाते हैं. जिसके बाद दिल्ली से देश के बाकी हिस्सों में सप्लाई किया जाता है. इनके नेटवर्क को पुलिस अभी तक नहीं तोड़ पाई है.
Wed, May 25, 2022विमुक्त घुमंतू जनजातियों को अलॉट बजट में से एक पैसा भी नहीं खर्च कर पाई सरकार
रेनके कमीशन 2006 की रिपोर्ट के अनुसार देश में 50 फीसदी विमुक्त घुमंतू अवं अर्धघुमंतू जनजाति के पास दस्तावेज नहीं हैं वहीं 90 फीसदी लोगों के पास मकान नहीं हैं।
Tue, May 24, 2022कल्लर भूमि को उपजाऊ जमीन में बदलने वाले विमुक्त घुमंतू जनजाति के बाजीगर समुदाय की कहानी!
हरियाणा में राजनीतिक तौर पर भी बाजीगर जनजाति के लोग अपनी पहचान बना रहे हैं। गांव के चारों ओर बसे बाजीगर समाज की गांव की राजनीति में बड़ी भूमिका है.
Fri, May 20, 2022Top Videos

टमाटर बिक रहा कौड़ियों के दाम, किसानों को 2-5 रुपये का रेट!

किसानों ने 27 राज्यों में निकाला ट्रैक्टर मार्च, अपनी लंबित माँगों के लिए ग़ुस्से में दिखे किसान
उत्तर प्रदेश के नोएडा के किसानों को शहरीकरण और विकास क्यों चुभ रहा है

Gig Economy के चंगुल में फंसे Gig Workers के हालात क्या बयां करते हैं?






