विधानसभा के बाहर विपक्ष का प्रदर्शन, किसानों के मुद्दों को लेकर सरकार पर निशाना!

 

महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्षी दलों ने किसानों की समस्याओं को लेकर विधान भवन की सीढ़ियों पर जोरदार प्रदर्शन किया. विपक्ष ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार किसानों के संकट को लेकर “पूरी तरह असंवेदनशील” है और सोयाबीन सहित कई फसलों के उचित दाम सुनिश्चित करने में विफल रही है.

प्रदर्शन का नेतृत्व कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के आदित्य ठाकरे और राकांपा (शरद पवार समूह) के शशिकांत शिंदे सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने किया. सभी नेताओं ने हाथों में पोस्टर और बैनर लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.

विपक्ष ने कहा कि राज्य में सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय होने के बावजूद किसानों को बाजार में औसतन 1,200–1,500 रुपये कम दाम मिल रहे हैं. नेताओं का कहना है कि सरकारी खरीदी केंद्र समय पर नहीं खुल रहे, जिसके कारण किसान मजबूरी में अपनी फसल सस्ते दामों पर बेचने को मजबूर हैं.

साथ ही विपक्ष ने राज्य सरकार से पूर्ण कर्जमाफी की मांग दोहराई और कहा कि लगातार नुकसान, बढ़ते कर्ज और असमय बारिश से किसान आर्थिक रूप से टूट चुके हैं. विरोध कर रहे नेताओं ने कहा कि किसानों को लेकर सरकार की “ढुलमुल और उदासीन” नीति अब सहन नहीं की जाएगी.

विजय वडेट्टीवार ने कहा, “किसान खेत में भी परेशान है और बाजार में भी. सरकार सिर्फ वादे कर रही है, जमीनी काम नहीं दिखता.” आदित्य ठाकरे ने भी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि किसानों के मुद्दों को लेकर सत्ता पक्ष “शीतकालीन नींद” में है