लखीमपुर पहुंचे किसान नेता, रात भर जागते रहे आस-पास के गांवों के किसान!

 

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में बीजेपी सरकार में मंत्री के बेटे द्वारा किसानों को गाड़ी से रौंदने की घटना को लेकर किसान नेता रात ही लखीमपुर खीरी पहुंच गए. किसान नेता राकेश टिकैट को रास्ते में रोकने की भी कोशिश की गई लेकिन किसानों का काफिला पुलिस बैरिकेड्स हटाकर आगे बढ़ गया.

लखीमपुर की घटना में अब तक कुल 8 लोगों की जान जा चुकी है. जिसमें चार किसानों की मौत हुई है. वहीं लखीमपुर के आस-पास के गावों का माहौल भी तनावपूर्ण बना हुआ है. रात भर किसानों के लखीमपुर आने का सिलसिला जारी रहा. लखीमपुर के आस-पास के गावों के किसान रात भर सड़कोंं पर बैठे रहे. किसानों ने बताया कि इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.

वहीं किसान नेताओं ने शहीद किसानों के परिवारों को एक-एक करोड़ का मुआवजा, मंत्री की बर्खास्तगी और मंत्री के आरोपी बेटे के खिलाफ 302 के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की है. जब तक सभी मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक अंतिम संस्कार न करने की बात कही.

शहीद किसानों के शव

वहीं विपक्षी नेताओं के लखीमुर पहुंचने की भी खबर है. राष्ट्रीय लोकदल पार्टी के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “किसान का खून बहाया गया है! कल लखीमपुर खीरी पहुंचूंगा.”

वहीं प्रियका गांधी वाड्रा और राज्यसभा सासंद दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी लखीमपुर खीरी के लिए रात ही रवाना हुए थे. जिसके बाद इन नेताओं को लखीमपुर जान से रोका गया और सीतापुर के पुलिस गेस्ट हाउस में हिरास्त में रखा गया.