पंजाब में किसानों को सब्सिडी वाली खाद के साथ जबरन बेची जा रही नैनो यूरिया की बोतलें!

 

पंजाब के कई जिलों में किसानों ने आरोप लगाया है कि उन्हें सब्सिडी पर मिलने वाली यूरिया और डीएपी खाद खरीदते समय जबरन नैनो यूरिया या नैनो डीएपी की बोतलें भी खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है. ‘टैगिंग’ के नामपर जारी इस लूट से किसानों के बीच भारी असंतोष है. किसानों का कहना है कि सरकारी सोसायटियों और डीलरों द्वारा उन्हें बताया जाता है कि जब तक वे ₹220 कीमत वाली नैनो यूरिया/डीएपी की बोतलें नहीं खरीदेंगे, तब तक उन्हें सब्सिडी वाली खाद नहीं दी जाएगी.

लुधियाना के एक किसान, गुरमीत सिंह ने बताया, “मैं सिर्फ यूरिया लेने गया था, लेकिन मुझे कहा गया कि बिना नैनो यूरिया के बोतल के खाद नहीं मिलेगी. हम किसान पहले ही कर्ज में डूबे हैं, ऊपर से ये जबरदस्ती”

वहीं कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि हर खेत और फसल के लिए नैनो उत्पाद उपयुक्त नहीं हैं. ऐसे में बिना वैज्ञानिक सलाह के इनका जबरदस्ती वितरण किसानों की उपज और लागत—दोनों पर विपरीत असर डाल सकता है. किसान संगठनों ने ‘टैगिंग’ प्रथा को पूरी तरह बंद करने की मांग की है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उनका कहना है कि यदि सरकार ने इस पर जल्द संज्ञान नहीं लिया, तो वे आंदोलन शुरू करेंगे.