कागज के टुकड़ों पर परोसा मिड-डे मील, घटना से आहत मध्य प्रदेश जाएंगे राहुल गांधी!
मध्य प्रदेश के श्योपुर ज़िले से सरकारी स्कूलों की मिड-डे मील योजना को लेकर चौंकाने वाली लापरवाही का मामला सामने आया है. जिले के विजयपुर ब्लॉक के हुल्लापुर गांव स्थित एक प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को थाली की जगह कागज के टुकड़ों पर मिड डे मील परोसा गया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया.
वीडियो में दर्जनों बच्चे जमीन पर बैठे हैं और उनके सामने रद्दी कागज के टुकड़े बिछाकर भोजन रखा गया. वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए स्कूल प्रभारी शिक्षक को निलंबित कर दिया है वहीं मिड-डे मील सप्लाई करने वाले स्वयं-सहायता समूह का अनुबंध भी रद्द कर दिया गया.
श्योपुर के जिला कलेक्टर ने कहा कि “बच्चों को कागज पर खाना परोसना गंभीर लापरवाही है. मिड-डे मील योजना बच्चों के पोषण और गरिमा से जुड़ी है. दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.” इस घटना ने ग्रामीण इलाकों में मिड-डे मील कार्यक्रम की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. कागज पर खाना परोसना न केवल स्वच्छता के नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह बच्चों की गरिमा और स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ भी है.
घटना को लकेर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी एक्स पर प्रतिक्रिया दी. उन्होने कहा, “आज मध्य प्रदेश जा रहा हूं। और जब से ये खबर देखी है कि वहां बच्चों को मिड-डे मील अख़बार पर परोसा जा रहा है, दिल टूट सा गया है। ये वही मासूम बच्चे हैं जिनके सपनों पर देश का भविष्य टिका है, और उन्हें इज़्ज़त की थाली तक नसीब नहीं। 20 साल से ज्यादा की BJP सरकार, और बच्चों की थाली तक चुरा ली गई – इनका ‘विकास’ बस छलावा है, सरकार में आने का असली राज़ तो ‘व्यवस्था’ है। शर्म आनी चाहिए ऐसे मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को जो देश के बच्चों, भारत के भविष्य का इस दुर्दशा से पालन-पोषण कर रहे हैं।”
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