Karnal Breaking News: करनाल किसान धरना समाप्त, नेताओं और प्रशासन की सहमति बनी

 

करनाल किसान धरना समाप्त हो गया है. कई दिनों से किसानों और प्रशासन के बीच चल रहा गतिरोध खत्म हो गया है. करनाल के मिनी सचिवालय की बैठक में किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी और करनाल डीसी निशांत यादव की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई है. किसान नेताओं और प्रशासन की निम्नलिखित बातों पर सहमति बनी है,

SDM आयुष सिन्हा की जांच रिटायर्ड हाई कोर्ट के जज से कराई जाएगी. इसके अलावा आयुष सिन्हा को 1 महीने की छुट्टी पर भेज दिया गया है.

शहीद किसान सुशील काजल के परिवार को डीसी रेट पर 2 नौकरी दी जाएंगी.

किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने बताया, “प्रशासन ने करीब-करीब हमारी सारी बातें मान ली हैं. अब हम धरना समाप्त कर रहे हैं.”

करनाल में लाठीचार्ज को लेकर किसान मिनी सचिवालय के बाहर धरना दे रहे थे. करनाल में लाठीचार्ज का आदेश देने वाले एसडीएम को निलंबित कराने की मांग पर अड़े किसानों से आज हरियाणा सरकार के अधिकारियों की बैठक सफल रही.

बैठक के बाद अपर मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया, “सरकार के अधिकारियों और किसान नेताओं के बीच हुई बैठक में हरियाणा सरकार ने 28 अगस्त को बसताड़ा टोल घटना की जांच का आदेश दिया है, जोकि एक सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश द्वारा करवाई जाएगी. जांच एक माह में पूरी हो जाएगी और तब तक पूर्व एसडीएम आयुष सिन्हा छुट्टी पर रहेंगे. मृतक किसान सतीश काजल के परिवार के दो सदस्यों को स्वीकृत पदों पर नौकरी दी जाएगी.”