गांव-देहात
किसान आंदोलन: सरकार ने गांव-सवेरा और किसान नेताओं के सोशल मीडिया पेज बैन किये!
गांव सवेरा के पत्रकार मनदीप पुनिया किसानों के चंडीगढ़ कूच को लगातार कवर कर रहे थे. किसान आंदोलन की सारी अपडेट गांव सवेरा के जरिए पूरे देश के किसानों तक पहुंच रही थी वहीं सरकार ऐसा नहीं चाहती है कि किसानों तक उनके संघर्ष की घटनाएं पहुंचे जिसके चलते सरकार की ओर से गांव सवेरा के सोशल मीडिया अकाउंट को भारत में बैन किया गया है. वहीं इसके साथ ही किसान संगठनों और किसान नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट भी भारत में बैन कर दिये गए हैं.
Aug 22, 2023चंडीगढ़ कूच से पहले हरियाणा पंजाब में सैकड़ों किसानों की गिरफ्तारी!
गिरफ्तार किये गए किसानों में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के प्रधान सर्वण सिंह पंधेर, बीकेयू क्रांतिकारी के बलदेव सिंह जीरा, किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के कंवरदीप सिंह और चमकौर सिंह जैसे किसान नेताओं को गिरफ्तार किया गया.
Aug 21, 2023रेत की चादर से ढकी धान की खेती, किसानों ने खोई नई फसल की उम्मीद!
मेरी धान की फसल रेत से ढक गई है. जिससे वह बेकार हो गई है. मुझे दोबारा इसकी रोपाई करनी है, लेकिन इस हाल में धान की दोबारा रोपाई करना संभव नहीं है. मुझे अपने खेत साफ करने की इजाजत दी जानी चाहिए” उन्होंने आगे कहा, "मैं पहले ही प्रति एकड़ ठेके के रूप में 40,000 रुपये, रोपाई के लिए 3,500 रुपये, बीज के लिए 5,000 रुपये प्रति एकड़ खर्च कर चुका हूं, लेकिन रेत के रूप में एक नई चुनौती के अलावा कुछ नहीं मिला."
Jul 17, 2023बाढ़ प्रभावित किसानों की दिल खोलकर मदद में करने में जुटे किसान!
हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के पिहोवा में किसान ने अपनी तीन एकड़ धान की खेती पर ट्रैक्टर चलाकर बाढ़ग्रस्त किसानों के लिए धान की पौध तैयार करने का कदम उठाया है.
Jul 17, 2023हरियाणा-पंजाब में बाढ़ से 55 लोगों की मौत!
बारिश और बाढ़ के चलते पंजाब के 14 और हरियाणा के 13 जिले प्रभावित हुए हैं, दोनों राज्यों में बारिश के पानी की घटनाओं से 55 लोगों की मौत हो चुकी है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब में बारिश से कुल 29 और हरियाणा में 26 लोगों की मौत हो चुकी है
Jul 16, 2023Top Videos

टमाटर बिक रहा कौड़ियों के दाम, किसानों को 2-5 रुपये का रेट!

किसानों ने 27 राज्यों में निकाला ट्रैक्टर मार्च, अपनी लंबित माँगों के लिए ग़ुस्से में दिखे किसान

उत्तर प्रदेश के नोएडा के किसानों को शहरीकरण और विकास क्यों चुभ रहा है

Gig Economy के चंगुल में फंसे Gig Workers के हालात क्या बयां करते हैं?
