गांव-देहात
वेतन के लिए प्रदर्शन करने को मजबूर हुए मनरेगा मजदूर!
मनरेगा मजदूरों ने कहा, "बाढ़ के दौरान हमने दिन-रात काम करके गांवों और शहरों की आबादी को बाढ़ के पानी से बचाया लेकिन अब हमें अपनी मजदूरी के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर कटवाए जा रहे हैं"
Sep 13, 2023प्राइवेट बीमा कंपनियों की मनमानी, किसानों को मुआवजा देने से किया इनकार!
प्राइवेट फसल बीमा कंपनियों की मनमानी के आगे सरकार मजबूर, बीमा कंपनी ने किसानों को मुआवजा देने से मना किया.
Sep 11, 2023पंजाब: एक साल से खराब फसल के मुआवजे को लेकर भटक रहे किसान!
"नहरों के अंतिम छोर पर किसानों को सूखे जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा, लेकिन फाजिल्का और जलालाबाद के कई गांवों में कई हिस्से बाढ़ की चपेट में आ गए. जिले के एक तरफ सूखा है और दूसरी तरफ बाढ़ है. यह राज्य में पानी के कुप्रबंधन को दर्शाता है.अगर जल्द से जल्द मुआवजा नहीं दिया गया तो हम 20 सितंबर से आंदोलन शुरू करेंगे.”
Sep 11, 2023”तुम्हें चंद्रयान-4 में भेजेंगे”: गांव में फैक्ट्री की मांग कर रही महिला से बोले CM खट्टर!
महिला ने रोजगार के लिए की फैक्ट्री की मांग की तो खट्टर ने कहा चंद्रयान 4 में साथ भेज दूंगा
Sep 8, 2023हिसार में कम बारिश के कारण किसानों को फसल खराब होने का है डर!
हिसार में 124.6 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो मानसून सीजन के दौरान होने वाली औसत बारिश से काफी कम है. हालांकि फतेहाबाद जिले के कुछ क्षेत्रों के किसानों को बाढ़ का सामना करना पड़ा है जिससे लगभग 80 हजार एकड़ में धान की फसल को भी नुकसान हुआ, वहीं कम बारिश ने जिले में धान को फिर से प्रभावित किया है.
Sep 2, 2023सरकार नहीं चाहती कि किसान और मजदूर आंदोलनों की ठोस रिपोर्टिंग हो: मनदीप पुनिया
सारा बखेड़ा तब खड़ा होना शुरू हो जाता है जब आप ग्रामीण संकट से लड़ रहे किसान और मज़दूरों के आंदोलनों की ठोस रिपोर्टिंग करने लगते हैं. सरकार नहीं चाहती कि ऐसी कोई भी खबर बाहर आए जिसमें लोगों के असल मुद्दे और उन मुद्दों के हल के लिए उनके संघर्षों की ग्राउंड जीरो से कवरेज हो.
Aug 23, 2023Top Videos

टमाटर बिक रहा कौड़ियों के दाम, किसानों को 2-5 रुपये का रेट!

किसानों ने 27 राज्यों में निकाला ट्रैक्टर मार्च, अपनी लंबित माँगों के लिए ग़ुस्से में दिखे किसान

उत्तर प्रदेश के नोएडा के किसानों को शहरीकरण और विकास क्यों चुभ रहा है

Gig Economy के चंगुल में फंसे Gig Workers के हालात क्या बयां करते हैं?
