गांव-देहात

महाराष्ट्र: 8 महीने में 1809 किसानों ने की आत्महत्या!

महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के राजनीतिक क्षेत्र विदर्भ में भी किसानों की स्तिथि ठीक नहीं है. महाराष्ट्र के कुल 1,809 मामलों में से 50% मामले अकेले विदर्भ के कपास बेल्ट से हैं. विदर्भ में किसानों की आत्महत्या के 907 मामले सामने आए हैं.

Oct 15, 2023

मौसम की मार, बेपरवाह सरकार और महुए के फूलने का अंतहीन इंतजार…

यह मानसून भी आया और चला गया। बीते सौ साल में ऐसा सूखा अगस्‍त किसी ने नहीं देखा था। अपना पेट पालने के लिए जंगल के भरोसे जीने वाले झारखंड के आदिवासी बड़ी उम्‍मीद से थे कि अबकी तो पानी बरसेगा ही- पिछले साल यहां सूखा जो पड़ा था! बिना बरसे ही मौसम ने उनकी उम्‍मीदों पर पानी फेर दिया।

Oct 14, 2023

फतेहाबाद: खाद के लिए लाइन में लगे बुजुर्ग किसान की मौत!

गेहूं बिजाई के लिए डीएपी खाद की खरीदारी के लिए किसान सुबह सात बजे ही जांडली खुर्द से भूना अनाज मंडी में पहुंच गए थे. इसी दौरान बुजुर्ग किसान के सीने में दर्द हुआ और वो बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े जिसके बाद उनकी मौत हो गई.

Oct 11, 2023

पराली जलाने वाले किसानों को मिलने वाली सरकारी योजनाओं का लाभ बंद करेगी सरकार!

हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष पी राघवेंद्र राव ने सरकार को ऐसे किसानों को योजना का लाभ देना बंद करने की सलाह दी है. उन्होंने अधिकारियों से ऐसे किसानों का एक डेटाबेस तैयार करने को भी कहा.

Oct 11, 2023

तमिलनाडु: किसानों ने की तिरुनेलवेली जिले को सूखा प्रभावित घोषित करने की मांग!

पशुओं के लिए पीने के पानी और चारे की कमी ने भी किसानों की मुश्किलें बड़ा दी हैं किसान अपने पशुओं को सस्ते भाव में बेचने को मजबूर हैं. इसलिए किसानों ने कलेक्टर के माध्यम से सरकार से जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की है ताकि किसानों को मानसून की अनियमितता के कारण हुई फसल के नुकसान का मुआवजा मिल सके.

Oct 10, 2023

पराली जलाने पर किसानों पर लगाया जुर्माना तो किसानों ने पराली जलाकर ही जताया विरोध!

बीकेयू (एसबीएस) के अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने कहा "सरकार साल भर वायु और जल प्रदूषण फैलाने वाली बड़ी कंपनियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती है, लेकिन साल में एक बार पराली जलाने वाले छोटी जोत वाले किसानों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाने पहुंच जाती है."

Oct 9, 2023