गुजरात: सौराष्ट्र में एक और किसान ने की आत्महत्या, दो हफ्ते के भीतर चार किसानों ने की आत्महत्या!
गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में असमय बारिश से फसल बर्बाद होने के बाद एक और किसान ने आत्महत्या कर ली. यह दो हफ्तों में चौथा मामला है, जिसने किसानों की बढ़ती आर्थिक और मानसिक परेशानी को फिर उजागर कर दिया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, राजकोट जिले के विनछिया तालुका के रेवणिया गांव के 60 वर्षीय किसान दानाभाई जाधव ने कथित रूप से फसल खराब होने के बाद आत्महत्या कर ली. उन्होंने अपने 14 बीघा खेत में मूंगफली और तुअर (अरहर) की खेती की थी, लेकिन हाल की असमय बारिश ने पूरी फसल नष्ट कर दी.
परिजनों का कहना है कि भारी नुकसान से वे गहरे तनाव में थे और इसी वजह से उन्होंने यह कदम उठाया. पुलिस ने मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 194 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. यह सौराष्ट्र क्षेत्र में दो सप्ताह के भीतर चौथी किसान आत्महत्या बताई है, जो सीधे तौर पर फसल नुकसान से जुड़ी है.
वहीं राज्य सरकार ने हाल ही में असमय बारिश और प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों की राहत के लिए 10 हजार करोड़ का राहत पैकेज घोषित करने का दावा किया है लेकिन सरकार की ओर से राहत में लेटलतीफी के कारण चार किसान आत्महत्या कर चुके हैं. किसानों का भी कहना है कि राहत राशि जमीन पर जल्द और पारदर्शी तरीके से पहुंचे, तभी हालात सुधर पाएंगे.
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि सौराष्ट्र में इस मौसम में लगातार बदलते तापमान और असमय बारिश ने फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है. विशेषज्ञों ने मांग की है कि सरकार किसानों को जलवायु परिवर्तन के अनुकूल फसलों और बीमा योजनाओं से जोड़ने पर भी जोर दे.
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