SKM ने गुरनाम सिंह चढ़ूनी को किया निलंबित,चढ़ूनी बोले अपने ब्यान पर कायम हूं!

 

संयुक्त किसान मोर्चा ने सिंघु मोर्चे पर लंबी बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की. संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी को लेकर बड़ा फैसला लिया है. एसकेएम ने किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी को एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया है. प्रेसवार्ता के दौरान किसान नेता ने कहा, “गुरनाम सिंह चढूनी बार-बार राजनीतिक बयान दे रहे थे. हमारा काम केवल किसानों के हक में आंदोलन लड़ना है न कि चुनाव लड़ना.”   

एक हफ्ते के लिए सस्पेंड किए जाने के एसकेएम के फैसले पर किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने वीडियो जारी कर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह मेरा अपना विचार है और मैं अपने विचार पर कायम हूं. पंजाब में किसान-मजदूर को मिलकर जनता के सामने एक विकल्प देना चाहिए. इस आंदोलन में हमारी जैसी भूमिका थी उस से भी ज्यादा मजबूती के साथ आंदोलन में भागीदारी जारी रहेगी.

वहीं पंजाब की सभी 32 किसान यूनियनों ने भी पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा फैसला लिया है. किसान नेता ने कहा,“पंजाब की कोई भी किसान यूनियन पंजाब विधानसभा में किसी तरह के प्रचार में हिस्सा नहीं लेगी. चुनाव के दौरान कोई भी किसान नेता पंजाब नहीं जाएगा. किसान नेता बॉर्डरों पर रहकर ही आंदोलन को मजबूत करेंगे.  

प्रेस कॉन्फ्रेंस में 22 जुलाई से लेकर 9 अगस्त तक संसद मार्च करने का एलान किया गया है. संसद मार्च के लिए 200 किसानों का जत्था दिल्ली जाएगा. 22 जुलाई और 9 अगस्त तो महिला किसान मार्च की अगुवाई करेंगी. किसानों को जहां पर रोका जाएगा वहीं रुक जाएंगे लेकिन जहां से रास्ता मिलेगा वहीं से दिल्ली जाएंगे. किसान नेताओं ने कहा कि सरकार बार-बार किसान आंदोलन को तोड़ने के प्रयास कर रही है. लेकिन आंदोलन मजबूती के साथ आगे बढ़ेगा. 

साथ ही 17 जुलाई को किसान नेता राज्यसभा में विपक्ष के सांसदों से मिलकर संसद में किसानों की बात उठाने की मांग करेंगे. मांग में विपक्ष के सांसदों से अपील की जाएगी कि वो वॉकआउट कर संसद से बहार आने की बजाए सदन में रहकर किसानों का आवाज उठाएं.