इस साल दो पूर्व प्रधान मंत्रियों समेत इन 5 शख्सियतों को मिला भारत रत्न

 

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 फरवरी 2024 को घोषणा की कि पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा.

आमतौर पर एक वर्ष में तीन भारत रत्न पुरस्कार दिये जाते हैं. हालांकि, इस साल सरकार ने पांच लोगों को भारत रत्न के लिए नामित किया है, जिनमें दिग्गज बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर भी शामिल हैं.

चौधरी चरण सिंह

साल 1902 में उत्तर प्रदेश में जन्में चौधरी चरण सिंह 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक भारत के प्रधान मंत्री रहे.

वह पहली बार 1937 में छपरौली से उत्तर प्रदेश विधान सभा के लिए चुने गए. उन्होंने 1946, 1952, 1962 और 1967 में उस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया. वह दो बार, पहले साल 1967 में और फिर 1970 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे.

पीवी नरसिम्हा राव

पीवी नरसिम्हा राव 21 जून 1991 से 16 मई 1996 तक प्रधानमंत्री रहे. उनका जन्म 1921 में आंध्र प्रदेश के करीमनगर में हुआ था और उन्होंने हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय, बॉम्बे विश्वविद्यालय और नागपुर विश्वविद्यालय से पढ़ाई की.

उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में भी कार्य किया. वह 14 जनवरी 1980 से 18 जुलाई 1984 तक विदेश मंत्री, जुलाई 1984 से दिसंबर 1984 तक गृह मंत्री और दिसंबर 1984 से सितंबर 1985 तक रक्षा मंत्री भी रहे.

एमएस स्वामीनाथन

1925 में जन्मे एमएस स्वामीनाथन को भारत में हरित क्रांति के जनक के रूप में जाना जाता है. उन्होंने तिरुवनंतपुरम के महाराजा कॉलेज से बीएससी की डिग्री प्राप्त की, और कोयंबटूर कृषि कॉलेज से कृषि विज्ञान में भी बीएससी की डिग्री प्राप्त की.

उन्होंने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) से कृषि विज्ञान (आनुवांशिकी और पादप प्रजनन में विशेषज्ञता) में एमएससी की डिग्री और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय, यूके से पीएचडी की डिग्री भी प्राप्त की.

कर्पूरी ठाकुर

1924 में बिहार के समस्तीपुर जिले में जन्मे कर्पूरी ठाकुर दो बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे, पहले दिसंबर 1970 से जून 1971 तक और फिर दिसंबर 1977 से अप्रैल 1979 तक.

वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव सहित राज्य के कई वर्तमान पीढ़ी के नेताओं के गुरु रहे थे.

लालकृष्ण आडवाणी

बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी 1986-90, 1993-98 और 2004-05 तक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे थे. लगभग तीन दशकों के संसदीय करियर में, श्री आडवाणी 1999 से 2004 तक पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में पहले गृह मंत्री और बाद में उप प्रधान मंत्री रहे.

भारत रत्न की स्थापना 1954 में की गई थी और जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना कोई भी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र है. यह किसी भी क्षेत्र में असाधारण सेवा या उच्चतम स्तर के प्रदर्शन की मान्यता के लिए प्रदान किया जाता है. पुरस्कार के लिए सिफारिशें स्वयं प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रपति को की जाती हैं. भारत रत्न से सम्मानित होने पर, प्राप्तकर्ता को राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक सनद (प्रमाण पत्र) और एक पदक प्राप्त होता है.