अंबाला: क्रिसमस की प्रार्थना के बाद ईसा मसीह की ऐतिहासिक प्रतिमा तोड़ी

 

रविवार को क्रिसमस की प्रार्थना के बाद तड़के अंबाला छावनी (कैंट) में ब्रिटिश काल के ऐतिहासिक होली रिडीमर चर्च के प्रवेश द्वार पर दो संदिग्धों द्वारा ईसा मसीह की एक प्रतिमा को तोड़ दिया गया. पुलिस ने बताया कि वारदात दोपहर 12.30 से 1.40 बजे के बीच की है. प्रारंभिक जांच के अनुसार, सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में दो संदिग्ध देखे गए हैं, जिन्होंने क्रिसमस की प्रार्थना के बाद चर्च प्रांगण में प्रवेश किया, कुछ लाइटें तोड़ीं और ईसा मसीह प्रतिमा को तोड़ा. पुलिस ने रविवार को अंबाला छावनी थाने में यीशु की मूर्ति को अपवित्र कर धार्मिक भावनाओं को आहत करने, अतिचार और शरारत करने के आरोप में दो संदिग्धों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. अपराध की सूचना मिलने पर अंबाला पुलिस की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) पूजा डबला, डीएसपी अंबाला कैंट राम कुमार, कैंट थाना प्रभारी एवं अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) रविवार की सुबह चर्च पहुंचकर अपराध की जगह का निरीक्षण किया.

होली रिडीमर चर्च, रिडेम्पटोरिस्ट्स, अंबाला के फादर पत्रस मुंडू ने टाइम्स ऑफ इंडिया के पत्रकार जेके सिंह को बताया, “यह चर्च अंबाला में बहुत पुराना और ऐतिहासिक है और इसे 1840 के दशक में स्थापित किया गया था. इस तरह की कोई घटना कभी नहीं हुई. दो संदिग्ध क्रिसमस की प्रार्थना के बाद लगभग 12.30 बजे चर्च की संपत्ति में घुस गए. लॉकडाउन के कारण, चर्च को समय पर बंद कर दिया गया था क्योंकि हमने सरकारी प्रतिबंधों का पालन किया था. क्रिसमस की प्रार्थना रात 9.30 बजे तक पूरी हो गई थी, रात 10 बजे तक लोग बाहर चले गए थे और 10.30 बजे पूरे चर्च को बंद कर दिया गया था.”

लगभग 12.30 बजे, दो संदिग्ध गेट से कूदकर चर्च की संपत्ति में घुस गए. वे अंदर घूमते रहे, बिजली की लाइटिंग में तोड़फोड़ की और लगभग 1.40 बजे निकलते समय, उन्होंने यीशु की प्रतिमा को तोड़ दिया और अपवित्र किया.

फादर पत्रस मुंडू ने अंबाला पुलिस को अपनी शिकायत दर्ज करवाई है, जिसमें उन्होंने कहा, “यह ईसाइयों के लिए बहुत संवेदनशील मुद्दा है. समुदाय और हमारी धार्मिक भावनाएं बहुत आहत हैं. सीसीटीवी फुटेज में, यह बहुत स्पष्ट है कि यह जानबूझकर किया गया है.”

चर्च पहुंची एएसपी पूजा ने पत्रकारों को बताया, ‘हमें सुबह सूचना मिली थी कि चर्च में यह घटना हुई है और डीएसपी, एसएचओ और सीआईए की टीम तुरंत मौके पर पहुंची. जांच के तहत चर्च में सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई और दो संदिग्धों को देखा गया. जिन्होंने शरारत करके या धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए अपराध किया है. मामले की पूरी जांच की जाएगी और जल्द ही आरोपी व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा. हम उनकी पहचान करने के लिए चर्च के बाहर कैमरों की भी जांच करेंगे. चर्च द्वारा दर्ज शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.”

डीएसपी अंबाला कैंट राम कुमार ने कहा, “चर्च के फादर पात्रस मुंडू की शिकायत पर, हमने दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धारा 295-ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से), 427 (शरारत से नुकसान पहुंचाने वाला), भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 452 (घर में अतिचार) के तहत मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है.”

चंडीगढ़ में मीडिया से बात करते हुए, हरियाणा के गृह मंत्री, अनिल विज ने कहा, “हमने आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं. उन्हें गिरफ्तार करने के लिए सीआईए- I और II और एसएचओ अंबाला कैंट की तीन टीमों का गठन किया गया है. हमें सीसीटीवी फुटेज प्राप्त हुए हैं, जिसमें दो युवकों को अपराध करते देखा जा सकता है. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमें उम्मीद है कि जल्द ही ऐसे तत्वों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.’